**बाल गजल**
हमर फुलबािर क दु टा अछि फूल
एक्टा गेना दोसर अिछ अरुहूल
छोट ऊिमर कतै करए पैघ बात
माँ हम छी अहान्क चरण केर धूल
पढी िलखी माई बनब हम साहेब
खोईन्छ मे कमा क देब पाई समूल
बर तािक बहिन क करब िबयाह
पढ िलख ल भैय क पठैब ईस्कुल
सुिन सुिन सभ क लागै छैक हैरत
करेज सटा नेना क माँ भेली व्याकूल
जुगे िजबु बेटा िलआ अशेष आशीष
भेल सबटा रुबी केर त्याग असूल
आखर~१४
रुबी झा
हमर फुलबािर क दु टा अछि फूल
एक्टा गेना दोसर अिछ अरुहूल
छोट ऊिमर कतै करए पैघ बात
माँ हम छी अहान्क चरण केर धूल
पढी िलखी माई बनब हम साहेब
खोईन्छ मे कमा क देब पाई समूल
बर तािक बहिन क करब िबयाह
पढ िलख ल भैय क पठैब ईस्कुल
सुिन सुिन सभ क लागै छैक हैरत
करेज सटा नेना क माँ भेली व्याकूल
जुगे िजबु बेटा िलआ अशेष आशीष
भेल सबटा रुबी केर त्याग असूल
आखर~१४
रुबी झा
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