बाल गजल
हेरौ बौआ तूँ ऐना रुसल छेँ किए
दूध-भात लेल तूँ बैसल छेँ किए
मुँहमें खूएब आ कोरा बैसाएब
गए कें दूध लेल अरल छेँ किए
किन देब गेन लाल आ घुरकुन्ना
छोर ने जिद्दपन डटल छेँ किए
आबो दहुन बाबा के देठुन पेंरा
पेंरा सन नीक कि नाठाल छेँ किए
कहबै नाना कें देथुन धेनु गैया
आबो बरेडी पर चढ़ल छेँ किए
वर्ण-१३
रूबी झा
हेरौ बौआ तूँ ऐना रुसल छेँ किए
दूध-भात लेल तूँ बैसल छेँ किए
मुँहमें खूएब आ कोरा बैसाएब
गए कें दूध लेल अरल छेँ किए
किन देब गेन लाल आ घुरकुन्ना
छोर ने जिद्दपन डटल छेँ किए
आबो दहुन बाबा के देठुन पेंरा
पेंरा सन नीक कि नाठाल छेँ किए
कहबै नाना कें देथुन धेनु गैया
आबो बरेडी पर चढ़ल छेँ किए
वर्ण-१३
रूबी झा
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